- Hindi News
- Local
- Rajasthan
- Udaipur
- ‘Yes, Daughter Is Mine, Age 15 Years, I Will Not Take Less Than One Lakh’, Made The Girl Stand Like A Showpiece In Front Of The Bhaskar Team
उदयपुरएक मिनट पहलेलेखक: ओमप्रकाश शर्मा
- कॉपी लिंक

पारगियापाड़ा गांव की यह बेटी 15 साल की है। 4 बहनों में यह दूसरे नंबर की है। इसकी मां भी परिवार को छोड़ चुकी है।
उदयपुर के कोटड़ा व झाड़ोल के 20 से ज्यादा गांवों में बेटियां बिक रही हैं। 15 से 20 साल तक की इन बेटियों को माता-पिता ही बेच रहे हैं। कीमत- 50 हजार से 1.50 लाख रु. तक। इन लोगों के पास बेटियों के भरण-पोषण के पैसे नहीं हैं। ‘बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ’ जैसी योजनाएं यहां विफल हैं। भास्कर टीम पहुंची तो दलालों ने कई बच्चियों को इकट्ठा कर लिया। भास्कर ने एक दलाल रामलाल के जरिए 1 लाख रु. में एक परिवार से 15 साल की बेटी को शादी के लिए खरीदने का सौदा किया। कमीशन अलग था। ऐसे ही बांसवाड़ा की 12 बेटियां केरल में बिकने गई थी। रेंज आईजी प्रफुल्ल कुमार बोले- टीम केरल गई है। लिप्त लोगों पर कार्रवाई करेंगे।
आठवीं पास होते ही करवा दूंगा शादी

मावली में दलाल रामलाल
भास्कर- शादी के लिए लड़की चाहिए। दलाल- कहां से हो, किसके लिए चाहिए? भास्कर- जयपुर से। परिचित के लिए चाहिए। दलाल- लड़का क्या करता है और रहने की क्या व्यवस्था है? भास्कर- मकान है। पढ़ा-लिखा नहीं। दलाल- लड़की मिल जाएगी, पर थोड़ी छोटी है। उसे 8वीं पास करने दो, फिर शादी करा देंगे। (जेब से एक लड़की का फोटाे निकालकर) डेढ़ लाख से 3 लाख रु. खर्च आएगा, शादी खर्च भी तुम्हें उठाना होगा।

रणजीतपुरा गांव की यह बेटी 15 साल की है। अभी 8वीं कक्षा में है। कुल तीन बहनों में यह दूसरे नंबर की है।
शादी खर्च तुम उठाना, मैं 1 लाख लूंगा

पारगियापाड़ा में बेटी बेचने वाला
भास्कर- बेटी कितने साल की है? पिता- 15 साल की है। शादी के लिए 3 लाख रु.में दे दूंगा। शादी खर्च भी तुम्हीं करना। भास्कर- 15 साल कम उम्र नहीं? पिता- क्या फर्क पड़ता है? भास्कर- 3 लाख रु.बहुत ज्यादा हैं… हम इतने नहीं देंगे। पिता- अब जो यह साहब (दलाल) कह देंगे, तुम वही दे देना। पर 1 लाख से कम नहीं लूंगा। मंजूर है तो बोलो। (बेटी को बुलाया और सामने खड़ा कर दिया।) वह सहमी हुई थी। भास्कर- चलो ठीक है… बाद में आएंगे।
- किशोरियों की बोली 50 हजार से 1.50 लाख रु. तक की
तीन राज्यों से आते हैं खरीदार
जांच में सामने आया कि कोटड़ा व झाड़ोल में 30 एजेंट बाल तस्करी और कुंवारों की शादी कराने का रैकेट चला रहे हैं। बेची जाने वाली बेटियों की उम्र 15 से 20 साल तक होती है। दोनों ब्लॉक में अधिकतर खरीदार गुजरात, मप्र व महाराष्ट्र से भी आते हैं।
पिता फिर बेचने की तैयारी में
झाड़ोल के पारगियापाड़ा के कन्हैया ने 3 साल पूर्व बड़ी बेटी बेची थी। रणजीतपुरा की 15 साल की एक बेटी को पिता ने गुजरात में बेचा था, पर शिक्षक दुर्गा सिंह मुक्त करा लाए। पिता फिर बेच रहा है।